क्या आप जानते है, आभानेरी क्यों प्रसिद्ध है? अगर आपका जवाब ना है तो आज हम आपको बताएंगे की ऐसा क्या कारण है जिसकी वजह से आभानेरी राजस्थान मे धीरे धीरे प्रसिद्ध होती जा रही है और हर वर्ष यहाँ आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है ।
सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए बाता दे की आभानेरी राजस्थान के दौसा जिले मे स्थित एक गाँव है । इस गाँव के बारे मे कहा जाता है की इसका निर्माण लगभग 08वी – 09वी सदी के आस पास किया था । तब से लेकर आज तक इस गॉंव का अस्थितव बना हुआ है । हालांकि समय के साथ कुछ बदलाव भी यहाँ देखेने को मिलें है, लेकिन आज भी यह जीवित अवस्था मे है ।
आभानेरी क्यों प्रसिद्ध है?
ये बात तो आप सभी जानते है की किसी गाँव के प्राचीन या पोराणिक होने मात्र से तो वह विश्व विख्यात हो नहीं जाएगा, तो आखिर क्या खास बात है, जिसकी वजह से अभानेरी पूरे राजस्थान या भारत मे ही नहीं बल्कि विश्व भर मे प्रसिद्ध है । तो आइए जान लेते है :-
दरअसल आभानेरी राजस्थान के प्रसिद्ध होने का मुख्य कारण यहाँ स्थित विश्व विख्यात चाँद बावड़ी और ईश्वर शक्ति को समर्पित हर्षद माता का स्थान एवं मंदिर है । मन्दिर के निर्माण में काम में लिए पत्थरों पर शानदार नक्काशी की गई है । इन पौराणिक कलाकृतियों को देखकर यह कहना उचित है की, यहाँ हर पत्थर बोलता है ।
इस मन्दिर का निर्माण द्रविड़ शैली में हुआ है लेकिन, इसका मूल स्वरूप वैसा नहीं है जैसा पहले हुआ करता था । क्योंकि इस भव्य मन्दिर को महमूद गजनवी के द्वारा तहस-नहस कर दिया था । जिसके कारण यहाँ स्थित मूर्तियों खंडित हो गई। बाद में स्थानीय लोगों ने पुनः इसका निर्माण कराया, जिसक स्वरूप आज आप देखते है। इसके अलावा उस समय खंडित हुई सभी मूर्तियों को आज भी आभानेरी चाँद बावड़ी मे सुसजित किया गया है, जिन्हे आप आसानी से देख सकते है ।
यही मुख्य कारण है जिनकी वजह से यहाँ विदेशों से भी लोग आते है । और यहाँ की सभी पौराणिक वस्तुओ मे छिपी विशेषताओ को अपने कैमरे एवं अंतर्मन मे समाहित करते है । इसके अतिरिक्त कुछ विशेषज्ञ भी होते है जो यहाँ की वास्तुकला एवं यहाँ की कलाकृति से कुछ सीखने और उसे नए जमाने के साथ कैसे जोड़ा जाए आदि पर रिसर्च के लिए भी यहाँ भ्रमण के लिए आते है ।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस पोस्ट मे हमने आपको आभानेरी क्यों प्रसिद्ध है? के बारें कुछ इनफार्मेशन दी है । अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो पोस्ट को शेयर जरूर कीजिएगा ।